मध्यप्रदेश/भिण्ड - पत्नी का वियोग 24 घंटे भी नहीं सह पाया पति और त्याग दिये प्राण
दरअसल गौरी किनारे राधा कॉलोनी इलाके में रहने वाले शहाबुद्दीन खान की 56 वर्षीय पत्नी बिस्मिल्लाह ने लंबी बीमारी के बाद 12 नवंबर को सुबह 7 बजे दम तोड़ दिया। पत्नी को इस हाल में देख सहाबुद्दीन को गश आ गया। चंद मिनट पहले ही उसको अकेला छोड़ कर गए थे। साले बादशाह खान के साथ लोग उनको ज़िला हॉस्पिटल लेकर पहुचे ही थे तभी उन्होंने अपने साले से कहा कि कब्रिस्तान में मेरी लिए भी जगह बना लेना मैं अब जियूँगा नही। यह बात सुनकर रिश्तेदारों ने उन्हें ढांढस बढ़ाया। कहा जीवन है। जीवन में सब को यह सहन करना पड़ता है, तुम घबराओ नहीं। लेकिन सबुद्दीन की हालत बिगड़ती गई। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद ग्वालियर रेफर कर दिया। लेकिन 13 नवम्बर की सुबह लगभग सात बजे उन्होंने भी दम तोड़ दिया। और इस तरह एक ही परिवार से 2 दिन में दो जनाजे उठे। इस घटना से मोहल्ले के सारे लोग गम गीन है। लोगो का कहना हैं पति पत्नी में ऐसा प्रेम पहली बार देखा गया है।
एहसान खान ने बताया पत्नी की बीमारी के दौरान साबुद्दीन हमेशा उनकी ख़िदमत करते रहते थे। ज्यादातर वक्त बीमार पत्नी के सिरहाने ही गुजरता था। बुधवार की अलसुबह जब वह घूमने सड़क की ओर जा रहे थे तब उनकी पत्नी ने उनसे कहा था ज्यादा देर ना लगाना जल्दी लौट ना। लेकिन जब वो लौट कर आए तो उनकी पत्नी जा चुकी थी। यह देख कर यकायक शहाबुद्दीन गश खाकर गिर पड़े फिर उन्हें होश नहीं आया। और उन्होंने ने भी दम तोड़ दिया।
वे अपने परिवार में 9 संतानें छोड़ गए हैं। जिसमें 6 बेटियां तीन लड़के हैं। हालांकि उन्होंने बेटियों की शादी कर ली थी। बेटों की शादी होना बाकी है ।बरहाल शुक्रवार को। शाम 4:00 बजे स्थानी कब्रिस्तान चौगान में शहाबुद्दीन को अपनी पत्नी के करीब दफना दिया गया है। और इस गमजदा परिवार को पड़ोसी बढ़ाने पर लगे हुए हैं।
भिंड से हसरत अली की रिपोर्ट!
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