हैदराबाद - स्थानीय निकाय चुनाव - छोटे चुनाव में बड़े दर्शन, आखिर हंगामा क्यों है बरपा
हैदराबाद - News Todays 24 - स्थानीय निकाय चुनाव काफी दिलचस्प हो गए हैं. ये निकाय चुनाव इसलिए भी ख़ास बन गए हैं क्योंकि एक के बाद एक बीजेपी के कई बड़े नेता हैदराबाद में चुनावी रैलियां कर रहे हैं.
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में 150 पार्षद चुने जाने हैं जिन पर शहर में प्रशासन और आधारभूत ढांचे के निर्माण की ज़िम्मेदारी होती है.
इमारत व सड़क निर्माण, कूड़े का निपटारा, सरकारी स्कूल, स्ट्रीट लाइट, सड़कों का रखरखाव, शहर योजना, साफ-सफाई और स्वास्थ्य ऐसे मसले हैं जो नगर निगम संभालता है.
इस समय 1,122 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. एक दिसंबर को मतदान किया जाएगा और चार दिसंबर को नतीजों की घोषणा होगी.
बीजेपी ने स्मृति ईरानी, जेपी नड्डा, अमित शाह, प्रकाश जावड़ेकर, योगी आदित्यनाथ, देवेंद्र फडनवीस, तेजस्वी सूर्या जैसे नेताओं को निकाय चुनावों के लिए मैदान में उतारा है.
नेताओं के बीच बयानबाज़ी शुरू हो गई है. इसी बीच तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ आपात बैठक की है. उन्होंने खुफ़िया सूचना के आधार पर राज्य में अराजक तत्वों के सांप्रदायिक हिंसा फैलाने को लेकर चेतावनी है.
राष्ट्रवाद, अवैध प्रवासी, जिन्ना, वंशवाद की राजनीति और सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कुछ मसले चुनाव अभियान का एजेंडा बन गए हैं.
लेकिन, बीजेपी के स्टार प्रचारक अपने भाषणों में शायद ही किसी स्थानीय मुद्दे का ज़िक्र कर रहे हैं.
तेजस्वी सूर्या ने 'चेंज हैदाराबाद' अभियान की शुरुआत की है. उन्होंने जय श्रीराम के नारे के साथ अपना भाषण शुरु किया.
हैदराबाद में भाषण के दौरान तेजस्वी सूर्या ने कहा कि सत्ताधारी टीआरसी पार्टी राज्य के नहीं बल्कि सिर्फ़ चंद्रशेखर राव के परिवार के विकास के लिए काम कर रही है.तेजस्वी सूर्या अकेले ऐसे नेता नहीं हैं जो टीआरएस और एमआईएम पर हमला बोल रहे हैं.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बी संजय कहते हैं, ''टीआरएस ने राज्य में रोहिंग्याओं के ख़िलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. यहां तक कि उन्हें वोटर आईडी दे दिया गया है. एमआईएम ने पिछला चुनाव रोहिंग्याओं के कारण जीता है. हैदराबाद में कई बांग्लादेशी और पाकिस्तानी अवैध रूप से रह रहे हैं और एमआईएम को उनका वोट मिल रहा है.''
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