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मध्यप्रदेश/भिण्ड - नये कृषि कानून किसान विरोधी नही, आम जन विरोधी भी है :- दीक्षित


भिण्ड -( हसरत अली )- कॉरपोरेट हितेषी कृषि के नए कानून, किसान विरोधी ही नहीं आम जन विरोधी भी हैं। इनके द्वारा सरकार ने कंपनियों को जमाखोरी की खुली छूट दे दी है, जिससे किसानों से सीधे फसल खरीद गोदामों में डंप कर ज्यादा मुनाफे के लिए कहीं भी बेचने को स्वतंत्र मिलेगी।


इन कानूनों के तहत उन्हें कोइ रोकने वाला नहीं होगा, जिससे देश के बाजार में खाद्य वस्तुओं का अभाव होकर महंगाई चरम पर होगी जिसका सीधा असर किसानों के साथ-साथ देश की आम जन पर भी पड़ेगा। ये वात मध्यप्रदेश किसान सभा के जिला अध्यक्ष राजीव दीक्षित ने धरना स्थल पर संबोधित करते हुए लोगो से कही।


उन्होंने कहा है कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के तहत किए गए एग्रीमेंट से किसान अपने खेतों में मजदूर बनकर रह जाएगा वह अपनी इच्छा से न तो फसल की बोवनी कर पाएगा और न अपने खाने के लिए अनाज रख पाएगा।

देश का किसान कंपनियों का गुलाम बन कर रह जाएगा।  मोदी सरकार के द्वारा लाए गए कृषि विरोधी इन कानूनों के खिलाफ आज देश का किसान एकजुट है। 

ग्वालियर से किसानों के 50 वाहनों का काफिला जो दिल्ली किसान आंदोलन के लिए रवाना हुआ उसे पलवल पर रोककर सरकार ने किसानों की मांगें न मानने की अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है। 

गांधी मार्केट पर चल रहे किसान धरने के तीसरे दिन मध्य प्रदेश किसान सभा जिला अध्यक्ष राजीव दीक्षित ने दी। 

दीक्षित ने आगे बताया कि सरकार ने किसानों की मांगें नहीं मानी तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। 

कल धरना स्थल पर मोदी भाजपा सरकार के तानाशाही रवैए के खिलाफ मुंह पर काला कपड़ा बांध विरोध प्रकट किया जाएगा। 

सीटू के पदाधिकारी मंडल ने धरना स्थल पर आकर किसानों के साथ एकजुटता प्रकट कर आज से धरने पर साथ बैठने का निर्णय लिया किसान नेताओं ने स्वागत करते हुये, किसान मजदूर भाई-भाई लड़के लेंगे पाई-पाई के नारों के साथ स्वागत किया।

धरने को अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह चौहान ने समर्थन कर संबोधित किया। आज के धरने का नेतृत्व अवधेश सिंह भदोरिया, जगदीश सिंह यादव, पान सिंह , सत्येंद्र सिंह राजावत, अनिल, छविराम प्रजापति, शिवराज सिंह पाल , बृजेश कुमार, अशोक शर्मा (सिकाटा) , सीटू नेता नरेंद्र सिंह, विनोद सुमन , उदय सिंह श्रीवास , अशोक शर्मा,श्रीकृष्ण वाल्मीकि आदि ने किया।



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