भिण्ड - नपा के पीछे प्लास्टिक पाइपों में लगी अचानक आग,करोड़ों का नुकसान
भिंड-(हसरत अली) - पेयजल सप्लाई के लिए रखे पाइपों में लगी यकायक आग की घटना ने शहर को हिला कर रख दिया। 50 से 60 फ़ीट ऊँची उठती लपटों से घटनास्थल के पास बसा सुन्दरपूरा व कीर्ति स्तंभ, नगरपालिका कार्यालय, झुग्गी झोपड़ियों के लोगों में अफरा तफरी मच गई। लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी से 3 घंटे में आग पर काबू पा लिया गया। मोके पर पहुचे अधिकारियों ने आग में राख हुए सामान का नुकसान करोड़ों रुपए बताया है। वही कंपनी के अधिकारियों द्वारा की गई शिकायत के आधार पर जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार टाटा कंपनी के देख रेख में टाटा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा नगर पालिका क्षेत्र में (जला वर्धन योजना) नल जल योजना के तहत विगत दो ढाई वर्षो से(पेयजल सप्लाई) पीने लायक पानी की लाइन बिछाई जा रही है। जिसके लिए नगर पालिका के पीछे खाली पड़े प्रांगण में भारी संख्या में प्लस्टिक पाइप का भंडारण संबंधित कंपनी ने कर रखा था।
शुक्रवार को दोपहर अचानक उठी आग की लपटों ने वहां रखे हुए प्लास्टिक के पाइपों को अपनी चपेट में ले लिया । देखते ही देखते आग इतनी भड़की की उसकी लपटें लगभग पचास - साठ फीट ऊंची आसमान में उड़ने लगी और चारों ओर धुँआ छा गया। हालत देखकर घटनास्थल के इर्द-गिर्द बसी बस्तियों में दहशत फैल गई। लोगों ने झुग्गी से निकल कर भागना शुरू कर दिया ।
कीर्ति स्तंभ व सुन्दर पूरा बस्ती के लोग घरों से बाहर निकले लगे स्थानीय लोगों ने संबंधित अधिकारियों को कॉल कर बताया । मौके पर पहुंचे भिंड एसडीएम के निर्देशन में आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू हुई। आग इतनी तेज थी कि उसके पास पहुंच पाना मुश्किल हो रहा था। तीन, साढे 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
मौके पर उपस्थित एसडीएम उदय सिंह सिकरवार ने बताया चौकीदार की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंचा हूं और आग को बुझवाया है। आग पर काबू पाने में 3:30 घंटे का समय लगा। इसमें छह फायर बिग्रेड व चार जेसीबी मशीनें लगाई गई थी। 6 फायर बिग्रेड को लगभग 6 से 7 चक्कर लगाकर इस आग पर काबू में लगाने पड़े ।गनीमत ये रही कि इसमें किसी प्रकार की जनहानि पशु हानि नहीं हुई।
उन्होंने बताया है कि अगर तेज हवा चल रही होती तो बहुत ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ता। पूछे जाने पर कि यह आग कैसे लगी उन्होंने कहा है यह जान का विषय है। इस के लिये आदेश किये हैं श्री सिकरवार ने बताया कि इसमें कंपनी के सामान का नुकसान दो से ढाई करोड़ रुपए का हुआ है। घटना स्थल पर सबसे पहले तहसीलदार प्रमोद कुमार गर्ग पहुचे व सीएमओ नगर पालिका सुरेंद्र शर्मा, सिटी कोतवाली टीआई उदय सिंह यादव, नायब तहसील्डर आनंद यादव एवं पटवारी धर्मेंद्र नरवरिया के अलावा भारी फोर्स बल तैनात रहा।
आग पर काबू वक्त पुलिस को करनी पड़ी लाठीचार्ज -
यकायक लगी जल आवर्धन पाइपों में आग की लपटें इतनी ऊंची थी कि उनको देखकर भिंड शहर के हजारों की संख्या में लोग दौड़ पड़े घटनास्थल पर इतनी भीड़ जुट गई कि फायर बिग्रेड को आवागमन में अवरोध पैदा होने लगा इसे देखकर मौजूद पुलिस बल ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया ।
क्या कहते हैं कंपनी के इंजीनियर -
टाटा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के प्रॉजेक्ट मैनेज़र राकेश मिश्रा ने बताया। नल जल योजना आपका लगने का कारण मुझे अभी कुछ नहीं मालूम मैंने लिखित शिकायत की है पुलिस जांच कर रही है फिलहाल 2 से 3 करोड़ रुपए का कंपनी को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां प्लास्टिक के 70 किलोमीटर लंबाई दूरी तक नल जल योजन के तहत बिछाई जाने वाली पाइप लाइन पढ़ी हुई थी जो जलकर पूरी तरह राख हो गई। अभी आग लगने का कारणों का पता नही चला है।
तब जिलाधीश महोदय को लाइव दिखाया -
भिंड मुख्य नगरपालिका अधिकारी सुरेंद्र शर्मा ने बताया दोपहर नगर पालिका के पीछे पाइपों में आग लगने की सूचना जैसे ही मिली, देखकर इतन विकराल आग का रूप मैंने तत्काल फायर कार्यालय फोन किया और गाड़ियां बुलाना शुरू कीं,इधर जिलाधीश महोदय को ऑनलाइन जानकारी देकर अवगत कराया, वही भिंड, फूफ, अकोड़ा, मालनपुर, से छै गमकल वाहन एवं तीन जेसीबी मशीनों के दुआरा आग काबू पाया गया।
भिंड से हसरत अली की स्पेशल रिपोर्ट।
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