भिण्ड - प्लास्टिक पाइप गोदाम में लगी आग, झुग्गियों वस्ती को खाली कराया गया, जैन मंदिर के चटके शीशे
भिंड - न्यूज़ अपडेट - (हसरत अली)- जैन मंदिर नगर पालिका कार्यालय की दीबार से सटे टाटा कम्पनी पेयजल सप्लाई के पाइप के गोदाम में लगी यकायक आग की घटना ने शहर को हलकान कर दिया। 50 से 60 फ़ीट ऊँची उठती लो को चार किलो मीटर तक देखा गया। घटनास्थल के पास बसे मोहल्लों को खाली कराया गया।
सुन्दरपूरा व कीर्ति स्तंभ, नगरपालिका कार्यालय, झुग्गी झोपड़ियों के लोगों में अफरा तफरी मच गई। प्रशासन की मुस्तैदी और दमकल वाहन की मदद से 3 घंटे में आग पर काबू पा लिया गया। मोके पर पहुचे अधिकारियों ने आग में राख हुए पाइप के 150 रोल के जलने में नुकसान करोड़ों रुपए बताया है। जो 70 किलो मीटर एरिये में बिछाए जाना थे। वही कंपनी के अधिकारियों द्वारा आग लगने का कारण तलाशने की कोशिश की जा रही है।
यहाँ बता दे कि टाटा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा नगर पालिका क्षेत्र में (जला वर्धन योजना) नल जल योजना के तहत 197 करोड़ रुपये की लागत से विगत दो ढाई वर्षो से(पेयजल सप्लाई) पीने लायक पानी की लाइन बिछाई जा रही है। जिसके लिए नगर पालिका के पीछे खाली पड़े प्रांगण में भारी संख्या में प्लस्टिक पाइप का भंडारण संबंधित कंपनी ने कर रखा था।
शुक्रवार को दोपहर अचानक उसमें आग लग गयी। देखते ही देखते लपटों ने वहां रखे हुए प्लास्टिक के पाइपों को अपनी चपेट में ले लिया । आग इतना बिकराल रूप धारण किया की उसकी लपटें लगभग पचास - साठ फीट ऊंची आसमान में उड़ने लगी और चारों ओर धुँआ छा गया। आग की लपटें 4 किलो मीटर तक देखीं गयी। हालत देखकर घटनास्थल के इर्द-गिर्द बसी बस्तियों में दहशत फैल गई। लोगों ने झुग्गी से निकल कर भागना शुरू कर दिया। प्रशासन ने सावधानी बरतते हुए स्थानीय गरीब वस्ती को खाली करा लिया गया। कीर्ति स्तंभ व सुन्दर पूरा बस्ती के लोग घरों से बाहर निकले , संबंधित अधिकारियों को कॉल कर बताया । मौके पर पहुंचे भिंड एसडीएम के निर्देशन में आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू हुई। आग इतनी तेज थी कि उसके पास पहुंच पाना मुश्किल हो रहा था। तीन, चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
मौके पर उपस्थित एसडीएम उदय सिंह सिकरवार ने बताया चौकीदार की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंचा हूं और आग को बुझवाया है। आग पर काबू पाने में लगभग 3:30 घंटे का समय लगा। इसमें छह फायर बिग्रेड व चार जेसीबी मशीनें लगाई गई थी। 6 फायर बिग्रेड को लगभग 6 से 7 चक्कर लगाकर इस आग पर काबू में लगाने पड़े ।गनीमत ये रही कि इसमें किसी प्रकार की जनहानि, पशु हानि नहीं हुई।
उन्होंने बताया अगर तेज हवा चल रही होती तो बहुत ज्यादा नुकसान होता। पूछे जाने पर कि यह आग कैसे लगी उन्होंने कहा है। आग लगने का कारण तलाशे जा रहे हैं। इसमें कंपनी के सामान का नुकसान दो से ढाई करोड़ रुपए का हुआ है। घटना स्थल पर सबसे पहले तहसीलदार प्रमोद कुमार गर्ग पहुचे व सीएमओ नगर पालिका सुरेंद्र शर्मा, सिटी कोतवाली टीआई उदय सिंह यादव, नायब तहसील्डर आनंद यादव एवं पटवारी धर्मेंद्र नरवरिया के अलावा आदित्य मिश्रा अपने दल के साथ तैनात रहा।
*आग पर काबू वक्त पुलिस को करनी पड़ी लाठीचार्ज*
यकायक लगी जल आवर्धन पाइपों में आग की लपटें इतनी ऊंची थी कि उनको देखकर भिंड शहर के हजारों की संख्या में लोग दौड़ पड़े घटनास्थल पर लगभग पांच हजार की भीड़ जुट गई कि फायर बिग्रेड को आवागमन में अवरोध पैदा होने लगा। इसे देखकर मौजूद पुलिस बल ने हल्का लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया
*क्या कहते हैं कंपनी के इंजीनियर*
टाटा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के प्रॉजेक्ट मैनेज़र राकेश मिश्रा ने बताया। पाइपों में आग लगने का कारण मुझे अभी कुछ नहीं पता चल सका है। मैंने लिखित शिकायत की है पुलिस जांच कर रही है। फिलहाल 2 से 3 करोड़ रुपए का कंपनी को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां प्लास्टिक के 70 किलोमीटर लंबाई दूरी तक नल जल योजन के तहत बिछाई जाने वाली पाइप लाइन पढ़ी हुई थी। जिससे दस ग्यारह महीनों में पूरी करना था अब यह काम लेट हो सकता है। क्यो कि पाइप लाइन जलकर पूरी तरह राख हो गई।
तब जिलाधीश महोदय को लाइव दिखाया
भिंड मुख्य नगरपालिका अधिकारी सुरेंद्र शर्मा ने बताया जैसे ही नगर पालिका के पीछे पाइपों में आग लगने की सूचना मिली, देखकर इतन विकराल आग का रूप मैंने तत्काल फायर कार्यालय फोन किया और गाड़ियां बुलाना शुरू कीं,इधर जिलाधीश महोदय को ऑनलाइन जानकारी देकर अवगत कराया, वही भिंड, फूफ, अकोड़ा, मालनपुर, से छै गमकल वाहन एवं तीन जेसीबी मशीनों के दुआरा कुछ पाइप रोलों को आग के करीब से अलग किया तब आग काबू पाया गया।
भिंड से हसरत अली की रिपोर्ट।
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