भिण्ड - बहुमत में है तो देश को बर्बाद करने में जुटी है भाजपा:- त्रिपाठी
भिण्ड - (हसरत अली) - मोदी सरकार बहुमत है तो देश को बर्बाद करने पर उतारू है। अपनी मनमर्जी से सदन में बिना चर्चा किए कानून बनाकर देश की जनता पर थोपे जा रही हैं, कृषि बिल ,जीएसटी,नोटबन्दी इसके पुख़्ता सबूत है। ये बात अखिल भारतीय कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सुधांसु त्रिपाठी ने गोरमी ब्लॉक के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही ।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि केंद्र सरकार किसी की नही है. ये बात का अंदाज़ा किसान को देख कर लगाया जा सकता है। कि आज पानी गिरेगा या नहीं उसे प्रधानमंत्री जबरन बता रहे हैं कि कानून फायदेमंद रहेगा। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी को लेकर जब पूरी दुनिया थमी थी तो उसकी आड़ में सरकार अध्यादेश के जरिए यह कानून लेकर आई है।1. कांग्रेस ने आज़ादी की लड़ाई भी लड़ी है, अब देश के अन्नदाता की भी लड़ाई लड़ेगी।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष जयश्रीराम बघेल ने कहा कि ये तीनो काले कानून महज कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाए गए हैं।. हम किसानों के लिए ही यह लड़ाई लड़ रहे हैं। पार्टी आंदोलन का समर्थन कर रही है ।
वहीँ लोकसभा में कांग्रेस के प्रत्याशी देवाशीष जरारिया ने कहा समय रहते किसानों को इन कानूनों का सच जानकर इन्हें खत्म करवाने के लिए आगे आना होगा। देहली में कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन को भाजपा षडयंत्र कर खत्म करना चाहती हैं, आंदोलन में मृत किसानों की जिम्मेदार भाजपा सरकार है।
कार्यक्रम का संचालन सुरेन्द्र राजौरिया, और आभार गोरमी ब्लॉक अध्यक्ष राजेन्द्र नरवरिया ने किया।
*किसानों और जवानों का माला कर सम्मान किया*
बैठक के दौरान राष्ट्रीय सचिव त्रिपाठी ने उपस्थित किसान और जवनो रामरतन संखवार, रामसिंह,रणजीत सिंह, रामसहाय,विनोद सिंह का माला पहनाकर स्वागत किया।
*महिला उमीदवारों एवं महिला कार्यकर्ताओ के पैर छूकर सम्मान दिया।*
बैठक के दौरान महिला कार्यकर्ताओ और महिला उमीदवार ममता संखवार ,सीमा महेस्वरी ने स्वागत कर राष्ट्रीय सचिव के पैर छूने के लिए झुकी तो श्री त्रिपाठी ने उन्हें रोककर खुद पैर छुए और कहा आपके आशीर्वाद से ही यँहा तक पहुंचा ।
अंत में 2 मिनट का मौन रखकर धरना प्रदर्शन के दौरान मृत किसानों को श्रद्धांजलि दी गई.
बैठक में पूर्व विधायक दिनेश गुर्जर,प्रदेश महासचिब रामहरी शर्मा,प्रदेश महामंत्री भगवानदास सैंथिया, सचिव धारा सिंह गुर्जर,ईरशाद अहमद,अनिल भारद्वाज, ओमप्रकाश चौधरी,निधि जाटव,किसान प्रसाद कटारे,डॉ. बृजकिशोर गुर्जर,पुत्तू सिंह,बड़े लला, नवल नरवरिया, ममता संखवार,चन्द्रपाल परिहार कमल दीक्षित,आनंद शाक्य,महेश जाटव आदि ने भी अपने विचार रखें।
भिंड हसरत अली की रिपोर्ट।
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