Top News

ओबेदुल्लागंज - कोरोना की जंग में समन्वयक ने तकनीक को बनाया जन हथियार


                                                      औबेदुल्लागंज - ( सत्येंद्र पांडे ) -  कोरोना महामारी से एक तरफ जहां दुनिया अपने घरों में कैद होने को मजबूर है, वहीं जन अभियान परिषद औबेदुल्लागंज की ब्लाक समन्वयक निशा बहेकार ने तकनीक को जनता एंव प्रशासन के बीच का सेतु बनाकर एक नए नवाचार को जन्म दिया है। निशा बताती हैं, छोटे कस्बों एवं ग्रामीण अंचल में डिजिटल माध्यमों का उपयोग और वर्चुवल रूप उतना मजबूत नहीं है, इसके बाद भी हमने कोरोना जैसे महामारी की रोकथाम में इसे मजबूत करने का प्रयास किया। हर दिन सैकड़ों लोगों को आनलाइन में संवाद स्थापित कर जुड़ने के लिए प्रयास किया जा रहा है। यह इसलिए किया जा रहा है जिससे की हम परिषद एवं प्रषासन के निर्देषों को जन-जन तक पहुंचा सके। निशा कहती हैं कि कोरोना के भय को रोका जाना अति आवश्यक है क्योंकि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म में भ्रामक जानकारी प्रचारित हो रही हैं। हमने अपने वालिंटियर को ऑनलाइन यह बताने की कोशिश की कि ऐसे संदेशों पर विश्वास  न करें ,जो प्रशासनिक या किसी विश्वसनीय मीडिया द्वारा प्रसारित किये न गए हों। 


जनप्रतिनिधियों को एक करने का प्रयास - 


कोराना काल में एक जुट होकर कार्य करने का समय आ गया है, ऐसे में समन्वयक ने सभी दलों के नेताओं को डिजिटल एकमंच पर लाकर यह संदेश देने की कोशिश की कि हमें मिलकर यह कार्य करना है। निशा कहती हैं कि, ब्लाक में प्रशासन के संदेश एवं उचित संवाद हेतु अलग-अलग डिजिटल ग्रुप तैयार किए गए है, जिनके माध्यम से लोगों को कई जानकारी उपलब्ध कराई जाती है।


फिजिकल रूप से भी रहती हैं मैदान में -


निषा कहती हैं मेंरी 2 साल की बच्ची है इसके बाद भी भीड़ को रोकने बाजार में जाना पड़ता है। प्रशासन के साथ समन्वय एवं बैठके भी अटेंड करती हूॅं। मेरा मानना है कि मैं ही नहीं करूंगी तो वालिंटियर कैसे कार्य करेंगे। 


मेंटर ने किया सहयोग-


निशा कहती हैं कि कोई भी कार्य बगैर सहयोग के संभव नहीं है। इसके लिए क्षेत्र के मास्टर ट्रेनर एवं आईटी प्रोफेशनल अजय मालवीय का विषेष योगदान रहा रहा है जो तकनीकी रूप से सहयोग करते हैं। साथ ही सुनील सेरिया, अनुराग नागर, ब्रजमोहन, बारेलाल, देवेन्द्र,ओमप्रकाश चौहान जैसे अन्य लोग भी जमीनी स्तर पर तालमेल में सहयोग करते हैं। 

वर्चुवल मीटिंग में लगभग 300 लोगों को किया शामिल

प्रशासन द्वारा मैं भी कोरोना वालिंटयर अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन ऐसे दौर में ग्रामीण अंचल में जा पाना संभव नहीं है। हमने इस समस्या के लिए वर्चुवल प्रषिक्षण का निर्णय लिया। एसडीएम सर एवं अपने वरिष्ठों से अनुमति लेकर हमने तीन दिवस तक ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में भोपाल, विदिशा, इन्दौर तक के मास्टर ट्रेनर शामिल हुए। स्थानीय विधायक ने भी इस कार्यक्रम की सराहना की है। निषा कहती है मेरा उद्देश्य कोरोना की चैन को रोकना है, और इसके लिए जो भी प्रयास संभव हो किया जाना चाहिए।

 

कोई टिप्पणी नहीं