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भिण्ड - मंडल द्वारा निर्धारित परीक्षा परिणाम की दोषपूर्ण नीति का विरोध करता है;- प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन

भिंड - ( हसरत अली ) -  माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश ने अपने आदेश क्रमांक 12019/ परीक्षा समन्वयक/ 2021 के तहत आदेश जारी किया है कि कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं निरस्त की जाती है एवं सभी विद्यालय कक्षा दसवीं में अध्ययनरत छात्र छात्राओं का परीक्षा परिणाम दिनांक 30 मई 2021 तक समन्वयक संस्था पर जमा कराएं। वहीँ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन मंडल ने इस दोषपूर्ण आदेश का पूर्णता विरोध किया है। मंडल ने परीक्षा परिणाम संबंधित आदेश के विरोध के कई कारण बताये है।


 *कोरोना कर्फ्यू के हालात में कैसे बनेगा रिजल्ट*

 वर्चुअल मीटिंग में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा है कोरोना कर्फ्यू के समय माध्यमिक शिक्षा मंडल का यह आदेश पूर्णतया दोषपूर्ण है। कि वर्तमान के ऐसे हालात हैं के विद्यालय पूर्णता बंद है और समस्त शैक्षिक स्टाफ कोरोना कर्फ्यू के अनुपालन में घर पर ही है। और मंडल द्वारा रिजल्ट की औपचारिकताओं को पूर्ण करने के लिए 30 मई तक का समय दिया गया है जो कतई उचित नहीं है प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन इसका विरोध करता है, प्रा0 स्कूल ए0 की मांग है कि रिजल्ट तैयार कर समन्वयक संस्था में जमा करने की तिथि 1 महीने आगे बढ़ाई जाए।


 *रिजल्ट तैयार करने के मापदंड हैं कमियाँ हैं*

 माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश द्वारा कक्षा दसवीं के छात्र छात्राओं की रिजल्ट तैयार करने की जो नीति तैयार की गई है वह पूर्णता दोषपूर्ण है कि कक्षा दसवीं के छात्र छात्राओं का रिजल्ट अर्धवार्षिक परीक्षा,  प्री बोर्ड और यूनिट टेस्ट के अंकों के आधार पर तैयार किया जाए। वही  बड़ी समस्या यह है कि कोरोना जैसी महामारी के समय में बड़ी संख्या में पालको द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से अपने बच्चों को विद्यालय नहीं भेजा गया है ना ही बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने अर्धवार्षिक  और प्री बोर्ड की परीक्षाएं दी है। ऐसे में परीक्षा में उपस्थित न होने वाले छात्र अनुपस्थिति के कारण उक्त परीक्षा में अनुत्तीर्ण किए गए हैं, ऐसे में उनके अंकों को कैसे भरा जाएगा।

 छात्र-छात्राओं के रिजल्ट तैयार करने में दूसरी समस्या यह है कि परीक्षा परिणाम तैयार करने में मंडल द्वारा शर्त रखी गई हैकि छात्र के अंक विगत 3 वर्षों के अंको से मात्र 2 प्रतिशत ही अधिक हो, जब कि ये तर्कसंगत नहीं है क्योंकि प्रत्येक सत्र में छात्र-छात्राओं का ज्ञान अलग अलग होता है ऐसी स्थिति में जिन छात्रों ने साल भर घर पर रहकर परीक्षा की बेहतर तैयारी की है उनके साथ यह अन्याय होगा। अतः पी एस ए की मंडल से गुजारिश है कि वे रिजल्ट बनाने की प्रक्रिया में सुधार कर नया आदेश जारी करें।


 *मंडल द्वारा ली गई परीक्षा शुल्क वापस की जाए*

 माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा परीक्षा शुल्क के नाम से मध्य प्रदेश के छात्र छात्राओं से लगभग 90 करोड़ रुपए परीक्षा शुल्क के तौर पर बसूले गए है, अब चूँकि माध्यमिक शिक्षा मंडल परीक्षा नहीं करा रहा है और यह संपूर्ण राशि हड़पने के मूड में दिखाई दे रहा है। ऐसे में छात्र छात्राओं से लिया गया परीक्षा शुल्क तत्काल वापस किया जाए। साथ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने यह निर्णय लिया गया है कि मंडल द्वारा जारी किया गया यह आदेश पूर्णता दोषपूर्ण है। छात्र छात्राओं के हित को ध्यान में रखते हुए पी एस ए ने इस दोषपूर्ण नियमावली का पूरे प्रदेश भर में विरोध किया है। 

साथ ही शासन से ये भी कहा है कि परीक्षा कराना और रिजल्ट घोषित करना मंडल का कार्य है इस कार्य को हम स्कूल वालों पर ना थोपा जाए। इस दौरान बैठक में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अजीत सिंह के अलावा प्रदेश के सभी पदाधिकारी भी  शामिल रहे।


भिंड से हसरत अली।

 

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