Top News

भिण्ड - मामा के यहाँ आये दो युवा चम्बल नदी के अटेर घाट पर डूबे


 भिण्ड - ( हसरत अली ) - - जैतपुर घाट पर चम्बल नदी में डूबने से दो युवकों की मौत हो गयी, जब की एक को सकुशल बचा लिया गया है। मृतक ग्राम हिम्मतपुरा अपने मामा के यहाँ कुछ रिश्तेदारों के साथ भातपला ले कर अम्बाह से आए थे। तभी दोपहर अपने दोस्तों के साथ चम्बल बहाने गए हुए थे, नहाते समय तीन लोग पानी के तेज वहाब में आ कर बहने लगे,चीख पुकार सुनकर स्थानीय खेत वालों ने आवाज़ सुनी, और एक को बचा लिया, जब कि दो युवक डूब गए।


अटेर थाना प्रभारी अतुल भदौरिया ने कि 30 अप्रैल को अम्बाह निवासी खेमराज उर्फ राजू पुत्र श्रीपाल राठौर की शादी हुई थी। जिसका भतपला देने वह अपनी माँ एवं दो अन्य रिस्तेदारो बृजकिशोर उर्फ वीरेज पिता मुकेश राठौर (22 ) अर्जुन पुत्र राजबहादुर राठौर के साथ अटेर थाना अंतर्गत हिम्मतपुरा आए थे। प्रोग्राम से फ़ारिग होते ये अपने मामा का लड़का रामनिवास पुत्र शोभाराम के साथ दोपहर लगभग 3 बजे चम्बल नदी के अटेर जैतपुर घाट पर निर्माणाधीन पुल के करीब नहा रहे थे वहीँ वीरेज पुत्र मुकेश राठौर (22) निवासी गुड़गांव एवं अर्जुन पुत्र राजबहादुर राठौर (23) निवासी अम्बाह, एवं खेमराज उर्फ राजू पुत्र श्रीपाल राठौर ( 20 )निवासी अम्बाह नहाने के लिए नदी में उतरे तभी नदी के तेज बहाव में बह कर डूबने लगे, किनारे पर बैठे चौथे युवक ने जब उन्हें डूबते हुए देखा तो चिल्लाने लगा तभी पास के खेतों में काम रहे लोगो ने दौड़कर ब्रेज किशोर उर्फ वीरेज को सुरक्षित निकाल लिया । जबकि दो अर्जुन एवं राजू पानी मे डूब गये जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई । जिसमें अर्जुन का शव नदी से निकल लिया गया है । खबर लिखे जाने तक होम गार्ड रेस्क्यू टीम  पहुंच  चुकी थी और डूबे हुए राजू की तलाश जारी थी । सूचना मिलते ही एस डी एम उदय सिंह सिकरवार,नायब तहसीलदार अनीश धाकड़,एस डी ओ पी सुरेंद्र सिंह तोमर, परशुराम अहिरवार एस आई , योगेंद्र सिह, देवेन्द्र सिंह, महेश, सन्दीप, गजेंद्र सिंह भदौरिया, कमलेश गोले आदि मोके पर पहुँच गए है।


*इसी अस्थाई पुल पर हो चुकी है लगभग एक दर्जन मौतें।*


अटेर जैतपुर घाट पर निर्माणाधीन पक्का पुल के लिए अस्थाई एक लोहे का पुल बनाया गया है। यहाँ चंबल नदी पानी की धार को समेटकर इकट्ठा किया गया है जिस वजह से इसी स्थान पर तेज बहाव रहता है। यहां अमूमन लोग नहाने या पानी पीने उतरते हैं और उसी तेज धार के वहाब के चपेट में आकर बह जाते हैं और मौत हो जाती है। स्थानीय लोगों की मानें तो उन्होंने बताया है कि जब से पुल का निर्माण शुरू हुआ है कई घटनाएं हो चुकी है यहाँ लगभग एक दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। घटना का कारण यह लोग बताते हैं कि फुल कंपनी द्वारा नदी के इर्द-गिर्द कोई संकेत नहीं लगाए गए हैं कि कहां पर गहराई है कहां पर तेज बहाव है जिससे लोग वहां पानी पीने उतरे या नहाने तेज धार में बह जाते हैं इस पर प्रशासन को अति शीघ्र गौर करना चाहिए।



,,,,,,,,,हसरत अली

कोई टिप्पणी नहीं