भिण्ड - पर्यावरण मंथन पर संगोष्ठी का आयोजन
भिण्ड - (हसरत अली) - पर्यावरण का सीधा संबंध प्रकृति से है। हम अपने इर्द- गिर्द तरह-तरह के जीव-जंतु,पेड़ -पौधे एवं अन्य सजीव निर्जीव चीजें पाते हैं। अब समाज को पर्यावरण से संबंधित होने वाली परेशानियों की विस्तृत अध्ययन के अलावा पर्यावरण का व्यवहारिक ज्ञान भी आवश्यक है। ये उद्गार प्रोग्राम में बतौर मुख्य वक्ता की हैसियत से पधारे प्रोफेशर रामानंद शर्मा ने उस वक्त कहे जब। भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय पदाधिकारी रहे स्वर्गीय श्याम बिहारी शर्मा की स्मृति में गफ्फार मैरिज गार्डन में रविवार पर्यावरण मंथन और तुलसी पौधा वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था। इस दौरान पत्रकार एवं सामाजिक संगठनों से गणमान्य नागरिक व प्रबुद्ध जन उपस्थित थे।
उनहोने ने कहा कि मृदा प्रदूषण,वायु प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग आदि पर्यावरण असंतुलन के परिणाम है। इसी लिए
पर्यावरण का सीधा संबंध प्रकृति से है।
वहीँ हरे कृष्ण शर्मा ने कहा कि हम अपने पर्यावरण को संतुलित रखने हेतु चिंतन करें और पर्यावरणीय संसाधनों का इस प्रकार उपयोग करें कि आने वाली पीढ़ियों को भी हम धरोहर के रूप में हस्तांतरित कर सकें।
संगोष्ठी में शशिकांत शर्मा ने पर्यावरण के संरक्षण में मुख्य बाधक बढ़ती जनसंख्या व प्रगति के नाम पर आर्थिक लाभ के लिए वनों को तेज गति से काटा जाना बताया।
उन्होंने कहा कि हम लोगों को यह संकल्प लेना होगा कि एक पौधा अवश्य लगाएं। इसी क्रम में मातृ शक्ति के रूप में आशा भदौरिया ने कहा कि भारत में सभ्यता संस्कृति आर्थिक नीति रहन-सहन पहनावे भाषा बोली की व्यवस्था है। फिर भी इन सभी में जीवन के लिए नितांत आवश्यक है शुद्ध हवा पानी सभी को ऑक्सीजन चाहिए तो ऐसे में पर्यावरणीय समर सत्ता स्थापित होनी चाहिए।
संगोष्ठी को रमन दीदी, आभा जैन,नीतू राजावत, श्रवण पाठक,सुरेंद्र भदौरिया, राहुल राजावत, प्रिंस भदौरिया, गिरीश शर्मा, नितिन दिक्षित राजमणि शर्मा, विपुल सेठ शैलेश सक्सेना, अब्बास अहमद, इमरान खान, हसरत अली ने भी संबोधित किया।
*तुलसी पौधे का वितरण हुआ*
स्वर्गीय श्याम बिहारी शर्मा की स्मृति में पर्यावरण मंथन के अलावा तुलसी पौधे वितरण भी किया गया।संगोष्ठी में सभी सामाजिक संगठनों के सदस्य गण,पत्रकार बंधुओ, और प्रबुद्ध जनों को स्वर्गीय शर्मा जी की नाती राम शर्मा और नातिनि मान्या शर्मा ने आगे हुए सभी महान भावो को एक-एक तुलसी के पौधे किये। वहीं सुनील भदौरिया, देवेंद्र बघेल, प्रधुम्न सिंह भदोरिया, राजेश पाराशर अनिल शर्मा, रफीक अहमद, विकास नागर, धर्मवीर यादव, उपेंद्र मिश्रा, डॉ प्रभात उपाध्याय, प्रदीप भदोरिया,नीरज भदौरिया आदि उपस्थित थे।
प्रोग्राम का संचालन प्रोफेसर इकबाल अली ने किया । अंत में आये हुए लोगो का आभार स्वर्गीय श्याम बिहारी शर्मा जी के बड़े सुपुत्र जय प्रकाश शर्मा ने किया।
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