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होशंगाबाद - जिले में "अंकुर कार्यक्रम" तहत व्यपाक स्तर पर किया गया पौधारोपण

 

होशंगाबाद/05, जून, 2021/- ( अजयसिंह राजपूत) -  विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून के अवसर पर "अंकुर कार्यक्रम" तहत होशंगाबाद जिले में व्यपाक स्तर पर पौधारोपण किया गया। कलेक्टर श्री धनंजय सिंह ने कलेक्टोरेट कार्यलय परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन का संदेश दिया। अंकुर कार्यक्रम के तहत नर्मदा नदी के घाटों पर पौधारोपण किया गया। कार्यक्रम" के नोडल एवं जिला पंचायत सीईओ श्री मनोज सरियाम ने विवेकानंद घाट एवं जिला पंचायत कार्यालय में पौधारोपण किया। उन्होंने अर्जुन, आम , पीपल का पौधा रोपा। उपसंचालक कृषि श्री जितेंद्र सिंह, श्री बी एस डांगी, जन अभियान परिषद के संभागीय समनव्यक श्री कोशलेश तिवारी, जिला समनव्यक श्री राजेश सिसोदिया  सहित वॉलंटियर्स द्वारा विवेकानंद घाट पर पौधारोपण किया गया।

जिले के समस्त ग्राम पंचायतों में किया गया पौधारोपण -

पर्यावरण दिवस पर अंकुर कार्यक्रम के तहत जिले के समस्त विकासखंड, ग्राम पंचायतों एवं नर्मदा नदी के किनारे 68 ग्रामों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पौधारोपण किया गया। जनप्रतिनिधियों, संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार , जनपद सीईओ एवं अन्य अधिकारी कर्मचारियों ने पौधा रोपण किया।

अंकुर कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

राज्य के हरित क्षेत्र में वृद्धि कर प्रदेश के पर्यावरण को स्वच्छ रखने व प्रकृति को प्राणवायु से समृद्ध करने के उद्धेश्य से जनसहभागिता के माध्यम पौधरोपण को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा "अंकुर कार्यक्रम" का शुभारंभ किया गया। 

इस कार्यक्रम के तहत पौधरोपण करने वाले प्रतिभागियों को गूगल प्ले स्टोर से वायुदूत एप डाउनलोड कर पंजीयन करना होगा। प्रतिभागियों को स्वयं के संसाधन से कम से कम एक पौधा का रोपण कर पौधे की फोटो एप के माध्यम से लेकर अपलोड करनी होगी। पौधरोपण के 30 दिन के पश्चात पुनः नवरोपित पौधे की नवीन फोटो एप पर अपलोड कर प्रतिभागी सहभागिता प्रमाण-पत्र डाउनलोड करना होगा। रोपित पौधे का शासन द्वारा सत्यापन, सत्यापन कर्ताओं के माध्यम से कराया जायेगा। सत्यापन उपरांत विजेताओं का चयन किया जाकर चयनित विजेताओं को माननीय मुख्यमंत्री जी के कर कमलों द्वारा "प्राणवायु" अवार्ड से सम्मानित कर प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा। अंकुर योजना के जिला नोडल अधिकारी व जिला पंचायत  सीईओ श्री मनोज सरियाम ने बताया कि प्रतिभागियों के लिए निर्देश निम्नानुसार हैं-

-इच्छुक प्रतिभागियों को वृक्षारोपण हेतु स्थल व प्रजाति का चयन स्वयं करना होगा।

-वृक्षारोपण स्वयं की भूमि के अतिरिक्त अन्य किसी भूमि पर किये जाने की स्थिति में प्रतिभागी को संबंधित भूमि स्वामी से सहमति प्राप्त करना होगी।

-पौधरोपण हेतु आवश्यक पौधे की सुरक्षा हेतु ट्री गार्ड व पानी इत्यादि की व्यवस्था प्रतिभागी को स्वयं के संसाधन से करना होगी।

वायदूत एप एवं पंजीयन की प्रक्रिया होगी:--

-गूगल प्ले स्टोर से वायुदूत एप डाउनलोड करें।

-एप डाउनलोड करने के पश्चात इच्छित भाषा(हिंदी/अंग्रेजी)का चयन करें

-नागरिक लॉगिन पर क्लिक करें।

-मोबाइल नंबर दर्ज कर लॉगिन करें।

-पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी  प्राप्त कर वेरीफाई करें तथा पंजीयन प्रक्रिया पूर्ण करें।

-वेरिफिकेशन उपरांत"नया वृक्षारोपण" पर क्लिक करें।

-उपलब्ध सूची में से पौधों की प्रजाति का चयन करें रोपित प्रजाति उपलब्ध न होने पर "Others"पर क्लिक करें तथा रोपित की जाने वाली प्रजाति का नाम अंकित करें।

-रोपित पौधों की संख्या लिखें।

रोपित पौधे का फोटोग्राफ एप के माध्यम से अपलोड करें।

-वृक्षारोपण स्थल की जानकारी देने हेतु "प्लांटेशन साइट इंफॉर्मेशन"में लिखें।

-रोपित वृक्ष की फोटोग्राफ पुनः देखने  एवं 30 दिनों के पश्चात दूसरा फोटोग्राफ अपलोड करने हेतु "वृक्षारोपण प्रगति"(Second  Photo Capture)पर क्लिक करें।

-एप के माध्यम से द्वितीय फोटोग्राफ अपलोड करने के उपरांत एप से सहभागिता प्रमाण-पत्र डाउनलोड करें।

 अंकुर कार्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी हेतु "अंकुर योजना के बारे में"(About Ankur Scheme)पर क्लिक करें। प्रतिभागियों को एप के माध्यम से ही पौध रोपण के फोटोग्राफ खींचकर अपलोड करना होंगें। मोबाइल नेटवर्क न होने की स्थिति में भी ऑफ़लाइन मोड में एप के माध्यम से फोटोग्राफ अपलोड किया जा सकेंगे।मोबाइल में नेटवर्क आने पर फोटोग्राफ स्वतः एप पर अपलोड हो जावेंगे। ऑफ़लाइन अवस्था में एप पर फोटो अपलोड करने हेतु पूर्व से एप पर लॉगिन रहना आवश्यक होगा। आमजनों के साथ सामाजिक ,धार्मिक एवं स्वैच्छिक संगठनों से भी इस योजना में सहभागिता कर पौधरोपण किये जाने का आग्रह किया गया है।


 

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